मानसी पुलिस ने महिला के साथ किया गाली- गलौज, थाना पर बुलाकर छीना मोबाइल
पीड़ित महिला ने मुख्यमंत्री, गृह सचिव, डीजीपी, डीआईजी, एवं एसपी से की इमेल के द्वारा की शिकायत
ब्यूरो रिपोर्ट
खगड़िया। मानसी पुलिस की क्रिया- कलाप को लेकर इन दिनों क्षेत्र में काफी चर्चा बना हुआ है की मानसी पुलिस अवैध धंधे के साथ जमीनी विवाद को वढ़ावा देने में लगा हुआ। ऐ हम नहीं कह रहे हैं बल्कि कई पीड़ित परिवारों ने मानसी पुलिस के क्रिया- कलाप के खिलाफ वरीय पुलिस पदाधिकारी से शिकायत किया है। भले ही पुलिस के वरीय पदाधिकारी इस ओर ध्यान में जांच करवाने में अपनी दिलचस्पी नहीं दिखता हो। ऐसा ही एक मामला सामने आया है जहाँ एक पीड़ित महिला ने मानसी पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री, गृह सचिव, डीजीपी, डीआईजी एवं खगड़िया एसपी को इमेल के जरिये लिखित आवेदन भेजकर गंभीर आरोप लगाई है। यह आरोप गंभीर ही नहीं मानसी पुलिस के शर्मनाक वाली बात कहा जा सकता है। घटना गुरुवार की करीब तीन चार बजे के आस पास का बताया जा रहा है जहाँ मानसी थाना क्षेत्र के राजाजान गाँव में वार्ड–4 में एक जमीन विवाद में मानसी पुलिस एक पदाधिकारी चंदन देवी पति शंभू यादव के घर पर पहुंचकर विपक्षी के दवाब में जैसा की पीड़ित महिला चंदन देवी का आरोप है की पुलिस ने मेरे घर पर आई ओर घटनास्थल पर ना जाकर बिना सत्यता जाने हुए मुझे घर से बुलाकर गाली- गलौज एवं धमकी देने लगा ओर अशब्दों का इस्तेमाल करने लगा। मैने चुपके से मानसी पुलिस की गाली- गलौज करने की मोबाइल से विडियो बना लिया।पीड़ित चंदन देवी ने कहा की पुलिस गाली- गलौज करते हुए वहाँ से चला गया। चंदन देवी ने वरीय पदाधिकारी के लिखे पत्र में कहा की मैनें इसकी शिकायत मानसी थानाध्यक्ष शुभम पाण्डेय को सरकारी मोबाइल पर की ओर वॉटसएप के माध्यम से कुछ विडियो मानसी थानाध्यक्ष को सरकारी मोबाइल पर भेज दिया। परन्तु थानाध्यक्ष ने कोई भी सकारात्मक कारवाई नहीं करते उसने मुझे दुसरे मोबाइल नंबर से मानसी थाना आने को कहा। करीब पांच छ: बजे के आस पास जब में थाना गई तो जो पुलिस पदाधिकारी मेरे घर पर गया था उसने थाना पर जाते ही मुझे अशब्दों का प्रयोग करने लगा। गाली देते हुए कहा की तुम विडियो बनाकर वॉयरल करती हो, उससे कुछ होने वाला नहीं है ओर मेरा मोबाइल मेरे ब्लाउज से छिन लिया ओर विडियो को डिलेट करना लगा, इस दौरान उक्त पुलिस पदाधिकारी जिसका मैं नाम तो नहीं जानती हुं सिर्फ पहचानती हुं उसने ऐसा बुरा भला थाना पर कहने लगा की जिसकी वयां में नहीं कर सकती हुं। मैने जब मोबाइल मांग की तो उसने थाना हाजत में बंद करने की धमकी देते हुए मोबाइल नहीं देकर मुझे भगा दिया। चंदन देवी ने यहाँ तक दावा किया है की मानसी थाना में लगे सीसीटीवी कैमरे में देखा जा सकता है। इस संबंध में हमने जब मानसी थानाध्यक्ष शुभम पाण्डेय से मोबाइल पर घटना के बारे में पुछा तो उन्होंने कहा की जमीन विवाद को लेकर मानसी थाना के एक पुलिस पदाधिकारी को भेजा गया, महिला के लगाये आरोप एवं विडियो भेजे जाने की बात पुछा तो उन्होंने कहा की महिला द्वारा एक विडियो मेरे वॉटसएप पर भेजा गया, महिला ने गाली- गलौज की भी विडियो में होने की बात कही थी पर थानाध्यक्ष शुभम पाण्डेय ने गाली- गलौज करने की बात को सिरे से खारिज कर दिया। थानाध्यक्ष ने कहा की महिला को मानसी थाना कागजात के साथ थाना बुलाया गया था जहाँ पुलिस पदाधिकारी को कागजात दिखाने की बात कहा गया पर पता चला की थाना पर आकर महिला मोबाइल से विडियो बनाने लगी, जहाँ मोबाइल को रखवा लिया गया। खैर मामला जो भी हो यह तो जांच के बाद ही पता चल पायेगा। पर इतना तो स्पष्ट हो चुका की पीड़ित महिला को थाना बुलाया गया ओर उसका मोबाइल छीन लिया गया। थानाध्यक्ष ने कहा की मोबाइल अब भी रखा हुआ है। खैर थानाध्यक्ष का बात मान भी लें की थाना पर आकर महिला विडियो बनाने लगी तो मान लिया जाय की पुलिस जब मोबाइल छीना तो फिर मोबाइल क्यों नहीं लौटाया। जब तक मोबाइल में कुछ था नहीं तो मोबाइल पुलिस ने क्यों छीना। पीड़ित चंदन देवी ने कहा की पुलिस पुरुष पदाधिकारी द्वारा जो मोबाइल छीना गया उक्त मोबाइल में पुलिस की गाली- गलौज करने का पुरा विडियो था। जो पुलिस अपने साक्ष्य को मिटाने को लेकर मेरा मोबाइल छीन लिया। हलांकि देखने वाली बात होगी की खगड़िया एसपी सहित अन्य पुलिस महकमों एवं मुख्यमंत्री गृह सचिव को भेजे गये इमेल पर आवेदन के आलोक में खगड़िया एसपी क्या कारवाई एवं जांच करवाती है या फिर इमेल आवेदन एसपी कार्यलय के ठंढ़े वस्ते में चला जायेगा। सोशल मिडिया एवं पत्रकारों से दावा करने वाले एसपी साहब क्या कार्यवाही करते है जनता पुछ रही है। क्योंकि दर्जनों लोगों ने बताया की महिला के साथ पुलिस ने गाली- गलौज की थी।